विपश्यना ध्यान🗯️
इस ध्यान पद्धति का संबंध हमारी श्वास से है। यह ध्यान विधि भगवान बुद्ध की अमूल्य देन है। ओशो का मानना है कि आधुनिक मनुष्य की आध्यात्मिक यात्रा के लिए साधना में विपश्यना सबसे अधिक प्रभावशाली सिद्ध हो सकती है।
विपश्यना साधना के 7 चरण हैं:-
- प्रार्थना
- सांस अंदर रोकें
- सांस बाहर रोककर रखें ।
- आनापानसती योग
- साक्षी होना
- विश्राम
- आत्मबोध
“‘विपश्यना’ शब्द का अर्थ है देखना, विशेष रूप से सांस को देखना – जैसे वह बाहर आती है, जैसे वह अंदर जाती है।
विपश्यना इतनी सरल चीज है कि एक छोटा बच्चा भी कर सकता है। वास्तव में छोटा-से-छोटा बच्चा भी तुमसे अच्छा कर सकता है, क्योंकि अभी उसके मन का कचरा नहीं भरा है; वह अभी भी स्वच्छ और निर्दोष है।”
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शालिनी साहि 🙏🏻 धन्यवाद
सेल्फ अवेकनिंग मिशन