☘️अहंकार बनाम आत्मा☘️
🍁आत्मा दूसरों की सेवा करना चाहती है। आत्मा आंतरिक प्रामाणिकता चाहती है।
🍁अहंकार स्वयं की सेवा करना चाहता है।
🍁अहंकार बाहरी पहचान चाहता है।
🍁अहंकार जीवन को एक प्रतियोगिता के रूप में देखता है।
🍁आत्मा जीवन को एक उपहार के रूप में देखती है आत्मा दूसरों को बचाना चाहती है।
🍁अहंकार स्वयं को बचाए रखना चाहता है अहंकार बाहर की ओर देखता है।
🍁आत्मा भीतर देखती है आत्मा प्रचुरता का अनुभव करती है।
🍁आत्मा शाश्वत है।
🍁अहंकार में कमी महसूस होती है।
🍁अहंकार नश्वर है।
🍁अहंकार वासना की ओर आकर्षित होता है।
🍁अहंकार ज्ञान चाहता है।
🍁आत्मा प्यार करने के लिए तैयार है।
🍁आत्मा ज्ञान है।
🍁अहंकार पुरस्कार का आनंद लेता है।
🍁अहंकार दुख का कारण है।
🍁आत्मा यात्रा का आनंद लेती है।
🍁आत्मा उपचार का कारण है।
🍁अहंकार ईश्वर को नकारता है।
🍁अहंकार भरना चाहता है।
🍁आत्मा भगवान को गले लगाती है।
🍁अहंकार मैं हूं।
🍁आत्मा शाश्वत पूर्णता है।
🍁आत्मा हम हैं।
शालिनी साहि 🙏🏻
सेल्फ अवेकनिंग मिशन 🙏🏻 धन्यवाद धन्यवाद