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कृपा कृपा कृपा गुरु कृपा गुरु कृपा गुरु कृपा 🙏🏻
हे कृपा निधान ,हे मुक्तिदाता, मेरे प्यारे मेरे मिट्ठू किस नाम से पुकारू तु इतना प्यार तो करता हम सब से। किस नाम से ?
हरनाम में तू जचता मुझे….
तू ही मेरा पिता हर भाव तुझसे ,है हर रिश्ता मेरा तू ही मेरे पिता परमेश्वर तू ही है ममता के रूप में तू ही बन जाता भाई तू,बहना का भाई तू ही भाई का बहना तू बन जाता है एक मां का बेटा, तू हर रूप में लगता किस भाव में तुझे मैं याद करूं ?
तू हर भाव में मुझे लगता प्यारा 🫶 अब है तुझ से अरदास हमारी🙏🏻 हमारे भूल को करो क्षमा, हमसे जो हो गई है भूल मन, कर्म, वचन, वाणी काया से हम अज्ञानी अज्ञानता से जाने अनजाने हो गए हो भूल।
अब तेरे श्री चरण कमलों में आए हैं हम भूल हमारी कर दो क्षमा हमें 🙏🏻 यही भूल हुई है हर एक इंसान से यही भूल हुई है जगत के हारे प्राणी से 🙏🏻 सभी के तरफ से क्षमा मैं तुझसे मांगू अब क्षमा कर दें तू अपने प्यारे बच्चों को मूरख बच्चों को अज्ञानी बच्चों को है तू परमपिता हमारा हे करुणा के सागर हम अज्ञानी है प्राणी हमसे हो गई है यह बहुत बड़ी भूल अपराध हमारा कर दे क्षमा तो अब ना करेंगे ऐसी भूल 🙏🏻 मन कर्म वचन जाने अनजाने से हो गई है भूल 🙏🏻 जो भूल हुई है हमसे यही भूल हुई है हर एक प्राणी से अब तू कर दे क्षमा हमें अब ना करेंगे यह दोबारा अपराध कान पकड़कर सर झुका कर हम मांगते हैं आपसे हर अपराध की क्षमा कर दें हमें …
खड़े हैं तेरे द्वार प्रभु 🙏🏻 और एक पुकार और हमारी उनकी भी बोल तो कर दे क्षमा हर पशु, पक्षी, पेड़, पौधों, पहाड़ ,पत्थर बने हैं जो उनसे भी हुई है बड़ी भूल सबकी तरफ से माफी मांगे।
अब कर दे तू सबकी भूल क्षमा क्षमा कर दे प्रभु द्वार खड़े हैं तेरे हम 🙏🏻
ओपन द डिवाइन डोर मास्टर🌁
शालिनी साही
सेल्फ अवेकनिंग मिशन