मनुष्य के लिए पैसा और परमात्मा दोनों जरुरी होते हैं। पैसा साधन है, साध्य नहीं। पैसा रुपी साधन से, पैसों की सहायता से हम साध्य की ओर, परमात्मा की ओर बढ़ते है। और पैसा इसलिए जरूरी होता है।

पैसा और परमात्मा लक्ष्मी नारायण की जोड़ी है, ऐसा कहना उचित होगा। इसलिए पैसों को हम लक्ष्मी जी कहते हैं। लक्ष्मी जी भगवान नारायण की सेवा में होती है,
ठिक वैसे ही हमे लक्ष्मी स्वरुप पैसा कमाकर अपने उदर निर्वाह के साथ साथ उसे भगवान नारायण की सेवा में, सदगुरु और गुरुतत्व की सेवा में, ज़रुरत मंदो की मदद करने में लगाना चाहिए।

जैसे हम भौतिक शरीर के सहारे अभौतिक परमात्मा का साक्षात्कार करतें हैं। ठीक पैसा भी ऐसा ही है। पैसा शरीर जैसा परमात्मा की प्राप्ति में हमारा साधन बनता है।

कभी कभी यह शरीर और मन हमे परमात्मा के करीब ले जाते है और कभी कभी यही शरीर और मन हमे परमात्मा से दूर ले जा कर फेंकते है। पैसा भी ठीक ऐसा ही है। अगर भीतर विवेक जागृत नहीं है, तो पैसा हमे परमात्मा से, परमशान्ति से दूर ले जाता है।

पैसों के साथ साथ मनुष्य में विवेक का होना भी आवश्यक है, नहीं तो उसका पैसा ही उसके दुःख का, जन्म मृत्यु का, यहां तक कि मनुष्य योनि से पार दुसरे योनियों में जाने का कारण भी बनता है।

मनुष्यों को पैसा कमाकर उसका इस्तेमाल अस्थाई सुख के साथ साथ स्थाई सुख खोजने के लिए भी करना चाहिए।
पैसा केवल हमे क्षणभंगुर, क्षणिक सुख देता है, पैसा परमशान्ति नहीं देता, उसमें सहायता बनता है।

चाहे अमीर बनो, चाहे लाखों लोगों के चहीते बनो, चाहें जो बनो। जबतक भीतर परम् सत्य का बोध नहीं होता, आत्मा का साक्षात्कार नहीं होता मनुष्यों के लिए सब अधूरा होता है।

सत्य का बोध, आत्मा का साक्षात्कार मनुष्यों के लगभग सभी समस्याओं का स्थाई समाधान होता है।

पैसों से जीवन बहुत आसान होता है, पैसा सच्चा प्रेम और मां को छोड़ कर बाकी सबकुछ प्रदान करने की ताकत रखता है। सभी अस्थाई दुःखो का निवारण करता है।
इसलिए पैसा कमाना जरुरी है। शरीर की सभी भौतिक जरुरतें पूरी करने के लिए पैसा चाहिए ही होता है।

याद रखें पैसों का सही इस्तेमाल करके हमें स्थाई सुख खोजना है, सुख-शांति से परमशान्ति की ओर बढ़ना होता है।

पैसा कमाना अच्छा है। पैसों के लिए मेहनत करना अच्छा है, लेकिन हमें बाकी सबकुछ भूलकर केवल पैसों के लिए भागादौड़ी नहीं करनी, यह मुर्खता जैसा है। हमे पैसा भी कमाना है और उसके साथ साथ परमशान्ति, स्थाई सुख खोजने के लिए भी प्रयास करना है।


धन्यवाद।

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