चंद्र ग्रहण 2025: 14 मार्च को लगेगा चंद्र ग्रहण, जानें समय और भारत में प्रभाव क्या भारत में दिखेगा चंद्र ग्रहण? 14 मार्च 2025 को होली के दिन चंद्र...
मौन यानी विचारों का अंत, शुन्य स्थिती। और ध्यान इस स्थिती तक पहुंचने के लिए किया जाता है। अंतरबाह्य मौन घटित होना ही समाधी है। ध्यान का अंतिम चरण...
Why did Bharat ask for lord Shri Ram’s Paduka? Why did Lord Krishna make Dhraupadhi fall at the feet of Bheeshma? Why did the disciples, in ancient times, return...
ईश्वरवादियों के मतानुसार ईश्वर असीम नित्य एवं सर्वज्ञ होने के साथ-साथ सर्वशक्तिमान तथा पूर्ण रूप से शुभ या अत्यंत दयालु है और वही समस्त प्राणियों सहित संपूर्ण जगत का...
जी बिल्कुल सत्य है। भगवान है और भगवान को पाया जा सकता है। यह जो बड़े बड़े संत महात्मा जन है, जैसे संत ज्ञानेश्वर जी, लहेरी महाशय जी, राम-कृष्ण...
ईश्वर पूर्ण है, लेकिन मनुष्य नहीं इसलिए कि ईश्वर को स्वतंत्र प्राणी माना जाता है, जबकि मनुष्यों को ईश्वर की छवि में बनाया गया है. ईश्वर सर्वव्यापी है और...
ईश्वर मनुष्य से शुद्ध ज्ञान, शुद्ध कर्म, और शुद्ध उपासना से मुक्ति पाने की इच्छा करते है।वह चाहते है कि हम अपने संपर्क में आनेवाले हर जीव से वैसा...
सतगुरु की महिमा पर संतों की वाणी संतों की वाणी में सतगुरु का अत्यधिक महत्त्व बताया गया है। संतों के अनुसार, सतगुरु वह हैं जो आत्मज्ञान का प्रकाश जलाकर...
सतगुरु द्वारा दिए गए नामदान का आध्यात्मिक, मानसिक और सांसारिक जीवन में गहरा प्रभाव पड़ता है। यह आत्मा को परमात्मा से जोड़ने का एक माध्यम होता है, जिससे व्यक्ति...
जी! हमारे सहित सबकुछ ईश्वर का हैं। हम खुद भी ईश्वर के है। ईश्वर से अलग हमारा अपना कोई अस्तित्व नहीं है। हमारा बस अहंकार है, इसलिए हम ईश्वर...