ईश्वर पूर्ण है, लेकिन मनुष्य नहीं इसलिए कि ईश्वर को स्वतंत्र प्राणी माना जाता है, जबकि मनुष्यों को ईश्वर की छवि में बनाया गया है. ईश्वर सर्वव्यापी है और...
  • Aradhana Tiwari
  • February 15, 2025

Ishwar Manushya Se Kya Chahtey Hai?

ईश्वर मनुष्य से शुद्ध ज्ञान, शुद्ध कर्म, और शुद्ध उपासना से मुक्ति पाने की इच्छा करते है।वह चाहते है कि हम अपने संपर्क में आनेवाले हर जीव से वैसा...
  • Aradhana Tiwari
  • February 10, 2025

Satguru Ji Ki Mahima Santo Ki Vaani

सतगुरु की महिमा पर संतों की वाणी संतों की वाणी में सतगुरु का अत्यधिक महत्त्व बताया गया है। संतों के अनुसार, सतगुरु वह हैं जो आत्मज्ञान का प्रकाश जलाकर...
  • Aradhana Tiwari
  • February 10, 2025

Satguru Jo Naam Daan Dete Hai Ushka Kya Labh Hota

सतगुरु द्वारा दिए गए नामदान का आध्यात्मिक, मानसिक और सांसारिक जीवन में गहरा प्रभाव पड़ता है। यह आत्मा को परमात्मा से जोड़ने का एक माध्यम होता है, जिससे व्यक्ति...
  • Aradhana Tiwari
  • February 2, 2025

Sabkuchh Ishwar Ka Hai Hamara Kya Hai?

जी! हमारे सहित सबकुछ ईश्वर का हैं। हम खुद भी ईश्वर के है। ईश्वर से अलग हमारा अपना कोई अस्तित्व नहीं है। हमारा बस अहंकार है, इसलिए हम ईश्वर...
किसी प्राणी के जीवनकाल के दौरान एकत्रित कर्म का संचय अगले अवतार में मृत्यु के बाद भी उसके साथ जारी रहता है और यह निर्धारित करता है कि वे...
  • Aradhana Tiwari
  • December 30, 2024

Duniya Mein Satya Sirf Mrityu Hai Kyu?

मृत्यु सत्य नहीं है। और मृत्यु सत्य नहीं है, यह आत्मसाक्षात्कार के बाद साबित हो जाता है। जिन्होंने भी अबतक आत्मा साक्षात्कार किया है, आत्मा का अनुभव किया है,...
मनुष्य के लिए पैसा और परमात्मा दोनों जरुरी होते हैं। पैसा साधन है, साध्य नहीं। पैसा रुपी साधन से, पैसों की सहायता से हम साध्य की ओर, परमात्मा की...
दुनिया में कौन सा ज्ञान होते हुए भी अंधियारा है? सारी दुनिया का ज्ञान है और स्वयं का ज्ञान नहीं, इसको ज्ञान होते हुए भी अंधियारा कहते हैं। बहुत...
  • Aradhana Tiwari
  • December 30, 2024

Atma Sat Aur Asat Se Pare Hai Kaise?

आत्मा सत और असत से परे है कैसे? आत्मा सत्य है, लेकिन सत और असत से भी परे है। क्योंकि आत्मा केवल चैतन्य है, आत्मा केवल बोध स्वरुप है,...