हे कलयुग के प्राणी!
अब जाग जाओ हमारे प्राणनाथ आए हैं… अमृत वेले हमारे प्राणनाथ आए हैं…
हे कलयुग के प्राणी! अब जाग जाओ अमृत वेले हमारे प्राणनाथ आए हैं …हमारे आत्म कल्याण के लिए हमारे आत्मरक्षा के लिए इतनी तो कद्र करो🙏🏻 अपना कलयुगी रूप ना दिखाओ…
हे कलयुग के प्राणी!
हमें जगाने हमारे प्राणनाथ आए हैं अमृत वेले जागो अपने आत्म कल्याण का रास्ता खोलो, अपने घर परिवार जगत के हर एक इंसान के लिए प्रभु से विनती मांगो , हमारे प्राणनाथ आए हैं!
हे मूरख यही बात अगर अमृत वेले पैसों की बरसात की होती तो हर एक प्राणी सारी रात क्या सारे दिन जागे रहते ..
क्या हम पैसे के भूखे हैं ? क्या हम अपने इष्ट अपने गुरु के दर्शन के व्याकुल नहीं क्या??
उनके कृपा प्रसाद के भूखे नहीं ? यही बात अगर पैसों की हो तो,अमृत वेले क्या हम सारी रात जागे …
सारे सारे दिन जागे…
सारे काम धाम छोड़कर हम पैसों की बरसात में भीग जावे।
हे कलयुग के प्राणी !अमृत वेले हमें जगा ने हमारे प्राण नाथ आए हैं…
कलयुग के पशु पक्षी “अमृतवेला” महत्व समझें और हम कलयुग के प्राणी पशु पक्षी से भी गए गुजरे क्या???
हमें जगाने हमारे प्राणनाथ आए हैं ! हे कलयुग के प्राणी ..
हमें जगाने हमारे प्राणनाथ है ! अब जागो हाथ जोड़ विनती करो, खुद का आत्म कल्याण करो ,प्रभु श्री चरण कमल में सिर झुका कर जगत के अन्य आत्म कल्याण की विनती करो…
प्रभु 🙇🏻♀️ कलयुग के पशु पक्षी भी अमृत वेले का महत्व समझते हैं और हम कलयुग के प्राणी सिर्फ पैसों की भाषा समझते हैं पैसों की बरसात ,हो अगर अमृत वेले पैसों की लूट तो सब लूटने जागेंगे ।।
हे कलयुग के प्राणी !
हमें जगाने हमारे प्राणनाथ आए हैं…
🙏🏻🌷🙇🏻♀️🙏🏻🌷🙇🏻♀️
शालिनी साही
सेल्फ अवेकनिंग मिशन