जय कारा मेरे गुरु महाराज की जय 🌹
‘उन आदतों को शामिल करें जो आपको खुद का सर्वश्रेष्ठ संस्करण बनने की ओर ले जाएँ….. 💐
जीवन मे सफल होना है तो इन पांच बातों को दिमाग से निकाल दें
१. लोग क्या कहेंगे?
२. मुझसे नही होगा
३. मेरा मूड नही है।
४. मेरी किस्मत खराब है।
५. मेरे पास टाइम नही है।
६.जीवन में लक्ष्य का होना बहुत ही जरूरी है. बिना लक्ष्य के ज़िन्दगी अर्थविहीन है.जीवन में सफलता पाने के लिए हमें अपना एक लक्ष्य बनाना चाहिए, लेकिन हमें लक्ष्य ऐसा बनाना चाहिए की हमारा लक्ष्य गलत तरीके से नहीं होना चाहिए। अगर हम अपनी गलती स्वीकार नहीं करते हैं तो यह हमारे जीवन में एक बड़ी गलती होगी। और हमारी गलती न मानने की सारी गुंजाईस खत्म हो जाती है।
७.अपने जीवन को खूबसूरत कैसे बनाएं ?
- लोगों से कोई उम्मीद मत रखें…
- एकांतवास का आनंद लेना चाहिए ….
- देने की मानसिकता रखें …
- अध्यात्म को जीवन का हिस्सा बनना ….
- सोशल मीडिया और स्मार्टफोन का कम से कम इस्तेमाल करें।
🫶🫶🫶🫶🫶🫶🫶🫶
बेस्ट वर्जन ऑफ मी
वैसे हम बहुत अच्छे हैं बहुत बहुत अच्छे हैं लेकिन अच्छछाई की कोई सीमा नहीं होती है अपने आप को देखें….साक्षी होकर देखें।
प्योररेस्ट वर्शन ऑफ मी देखना कौन सी संस्कारों में specific अभी से और ऊपर उठना चाहते हैं सोच में बात करने के तरीके में शब्दों में वोकैबलरी व्यवहार में
इनमें से सिलेक्ट कर लीजिए स्पेसिफिक ३ दिस इज द पोटेंशियल आई रेज़ माय सेल्फ
स्पेसिफिक ३ चेंजेज अगर मैंने अपने अंदर लाए तो मेरी वाइब्रेशन जो आज है उससे बहुत बहुत ऊपर चले जाएंगे स्पेसिफिक ३ सिलेक्ट करने हैं ३ से जो हमें खुद को पता है कि अगर मैं इसमें थोड़ा सा भी स्विफ्ट लाते हैं I आई एम गोइंग टू रेज़ माइ वाइब्रेशन ….. लिख कर रखें क्योंकि यह सिर्फ एक थॉट्स नहीं आज से हमारा लक्ष्य बनेगा (गोल )हमें क्या करना है उसमें गोल रखते हैं मुझे क्या करना है मुझे क्या बनना है .. अब पता चला है फिर हम गोल से अपने बच्चों के लिए रखते हैं इनको यह बनाना है जितने भी गोल हम रखते हैं उस गोल रखने से हम नहीं पहुंचते हैं गोल रखने के बाद क्या करते हैं… गोल रखने के बाद क्या करते हैं …हम उस पर थोड़ी सी मेहनत करते हैं थोड़ा सा पुरुषार्थ करते हैं दृढ़ता रखते हैं अगर उसमें कुछ फेलियर मिलता है तो हम उस पर भी बात नहीं करते हैं कि नहीं मुझे यह बनना ही है मुझे यह करना ही है मुझे यह करना ही है मुझे यह करना है और हम पहुंच जाते हैं जीस-जीस ने अपने जीवन में रखा अपना गोल इसमें अपना पोटेंशियल पता होना चाहिए और कई बार वह गोल ऐसा होता है जो हमारे आसपास के लोगों ने कहा होता है कि तुमसे नहीं हो सकता ऐसी भी गोल होते हैं और शहर में तो ऐसा वालों को लेकर सबसे ज्यादा आते हैं पूरे देश के अंदर तो इस शहर में तो वह एनर्जी वह वाइब्रेशन है क्योंकि शहर में बहुत सारे लोग आते हैं जिनको उनके घर वालों ने अपने शहर वालों ने परिवार वालों ने बोला था तुमसे तुम नहीं बन सकते जो तुम बनने जा रहे हो इस शहर में तो विशेष हुए हैं वह गोल किया उसके पास एक लेकिन बहुत सारे ऐसे भी आए होंगे शहर में जो भी गोल लेकर आए होंगे लेकिन उस गोल के साथ उन्होंने क्या नहीं रखा था तृप्ता तो गोल रखना तो बात ही ऐसी है लेकिन गोल के साथ हमें क्या चीज होता सिर्फ थोड़ी सी दृढ़ता अनुज दृढ़ता के साथ चाहिए होती है और अगर हमारे आसपास के सब लोग भी बोले ना कि हम नहीं अचीव कर सकते तू भी ऐसे चलना है मतलब अनटचड…
हम अकेले एक्साइटर नहीं होते बहुत सारे मल्टीपल फैक्टर्स भी होते हैं
लेकिन हम उन मल्टीपल फैक्टर्स को भी क्रॉस करते हैं फैक्टर्स बहुत सारे होते हैं और संस्कार को चेंज करने में संस्कार को चेंज करने में कितने फैक्टस होते हैं अपने आप से पूछना चाहिए जवाब में इतने सारे फैक्टस क्रॉस कर लिए तो इसको क्रॉस करना तो सब सही है लेकिन इसको हम क्यों कभी-कभी छोड़ देते हैं क्योंकि इसको हम उस तरह से एक गोल रखकर एक डिटरमिनेशन रखकर थे यह तो मुझे करना ही है …मतलब जहां हमारा अटेंशन जाएगा कि मुझे यह करना है हमारी एनर्जी उस तरफ पहुंचेंगे और जहां हमारी एनर्जी जाएगी वह चीज मैंने फर्स्ट होनी शुरू हो जाएगी अगर हम बाहिया परिवर्तन के लिए कुछ रखेंगे वहां मिरेकल्स क्रिएट करते हैं.. संस्कार चेंज करना ही है और वह भी टाइम बाउंड बोल अब क्या करते हैं न्यू ईयर के दिन एक रेजोल्यूशन बना लेते हैं वह दे के दिन एक रेजोल्यूशन बना लेते हैं और पहले तो ६ महीने से बोलते रहते यह चेंज कैसे करेंगे वह वैसे तो ६ महीने तो वैसे ही पोस्टपोनड हो जाता है यह चेंज करना था आपने सुबह जल्दी उठना था फर्स्ट जनवरी से करेंगे …. टच्ड बाय पीपल उतना हमारे डिटरमिनेशन की क्वालिटी क्या होते जाते हैं … प्रोग्रेस को चेक करना रोज उसको और व्यापम करके स्ट्रांग बनाना उस अब नहीं हो रहा था ऐसे ही गोल नहीं माने फेस्ट हो सकता है अब आप सब ने अपने तीन चूज़ कर ले किसी को तीन चीज करने में मुश्किल ऐसे वाला तो नहीं किया अपने पड़ोस वालों का ढूंढ दिन के अंदर यह वाली तीन बातें वह किताब जो बिना सादाबाद आते दूसरों के संस्कारों को पढ देख रहे होते इसके अंदर इंटेंशन बहुत अच्छी होती है मेरे बच्चे के अंदर चेंज हो जाए उसके अंदर यह दिखाई देते हैं कि उनकी जरूरत है और उनको हमारे अंदर दिखाई देते हैं … कौन से संस्कार मेरे है जो हैप्पीनेस को घटा रहे हैं बिलीफ सिस्टम नहीं जाएगा तो हम उसको कोने में छुपा कर रखते हैं कि इसकी जरूरत तो पड़ती ही है और फिर समाज में ऐसे बन गया कि थोड़ा सा गुस्सा करो ना तो काम जल्दी होते हैं तो वह बिलीफ सिस्टम फिर से रियल फोर्स होता है देखा यही बात में अगर उनको प्यार से बोलती ना नहीं करते जोर से बोल दिया कर दिया डीप रूटेड बिलीफ सिस्टम है जब तक हम अपने बिलीफ सिस्टम को चेंज नहीं करते हमारा संस्कार नहीं चेंज होता है…
परमात्मा आय है हमें कैटरपिलर से बटरफ्लाई बनाने है ४ दिन अपना चेहरा रोज शीशे में देखना कि कैटरपिलर कैसा दिखता है और चेंज होते होते होते कैटरपिलर कब बन बटरफ्लाई बन जाता है बटरफ्लाई बन जाता लेकिन उसको समय लगता है एक ऐसा समय आता है जब कैटरपिलर को लगता है कि मैं खत्म एवरीथिंग इज फिनिश्ड फौर मी जैसे ही feels everything is finished for me it becomes the butterfly … आज अगर हम सृष्टि को देखें तो कैटरपिलर खत्म होने पर है …कैसा लग रहा है कलयुग को देखो हर चीज थोड़ी सी प्रिंसिपल ,व्हेयूज़, प्योरिटी आत्माओं की शुद्धता चाहिए खत्म होती आ रहे हैं वह सुबह का अगर अखबार उठाएं तो मुख से एक ही शब्द निकलता है क्या क्या होता जा रहा है रोज ऐसा भी होता है क्या लेकिन जब सब कुछ अति को पहुंच जाता है इस आल्सो साइंस डैट कैटपिलर चेंज इनटू बटरफ्लाई🦋🦋🦋🦋🦋🦋🦋🦋 चेक करें कि मुझे अगर बटरफ्लाई बनना है चारों तो रोज नहीं देखना दुनिया में क्या हो रहा है वह भी नहीं सिर्फ अपने को देखना मेरे अंदर कौन सी ऐसी आदत कौन सा ऐसा संस्कार कौन सा ऐसा स्वभाव है जिसको बदलने से मैं बटरफ्लाई बन सकता सिलेक्टेड किस किसको मिली पल अपने कौन सा संस्कार है इसको चेंज करना है वह जो डॉक्टर सिर्फ ऊपर ऊपर से नहीं अंदर चेक करेगा तभी हुई कोई बीमारी भी होगी ना उसको भी ढूंढ निकालना है अब अपने आप को बटरफ्लाई बनने के लिए अपने अंदर से इन चीजों को निकालेंगे …
एंगर, ईगो, अटैचमेंट , ज्यादा अपनी महिमा करना, वरी, लजीनेस, क्रिटिसाइज फॉरगिव करना ,जजमेंटल, ब्रूडिंग ,इरिटेशन ,एक्सपेक्टेशन
क्योंकि ज्यादातर हम अपनी कम दूसरों की जजमेंट ज्यादा करते हैं..अपनी पांच विशेषताएं और पांच कमजोरियां लिखनी है फाइव क्वालिटीज फाइव वीकनेस अपनी बैठकर पेपर पेन के साथ पहले वाले को पूछा क्या लगता है मेरे अंदर के साथ जो बैठा है उनकी पांच क्वालिटीज पांच वीकनेसेस जो फील दैट इजी क्योंकि यहां पर दूसरों की क्वालिटीज और वीकनेसेस ज्यादा इजी ली है क्योंकि सारा दिन ध्यान उस पर है अपने बारे में कभी सोचा नहीं इसलिए हर चीज अपने आप से अप्लाई अगर हमारी कोई खोली थी है और हम अवर ही नहीं होंगे तो हम उसको यूज कैसे करेंगे और उसको बढ़ाएंगे कैसे तो दूसरों के बारे में ४दिन सोचना ४ दिन सोचना नॉट अलाउड और कोई भी चीज अगर चार-पांच दिन प्रैक्टिस कर ले।
why thinking about people is not healthy…
डिस्टर्ब कर दिया एक बार पास्ट के बारे में सोचने जाएगा इसको क्या बोलना फिर से धीरे से खिसक जाएगा उधर वापस उसको। (मन) क्या बोलना था ना आपको नहीं जाना पड़ेगा अच्छा-अच्छ लेकिन हम नहीं करेंगे क्योंकि बहुत समय से हमने उसको (मन) सिखाया नहीं क्या सोचना है क्या नहीं सोचना… कोई बच्चे को अगर सिखाया ही ना हो तो वह बच्चा आज भी कैसा होगा वह आज भी मिट्टी उठाकर खाएगा क्योंकि उसको पेरेंट्स ने सिखाया ही नहीं तो सामने वाले क्या कहेंगे मम्मी पापा ने कुछ नहीं सीखा गलती किसकी मम्मी पापा की आज सही रास्ते नहीं चल रहा तो गलती किसकी हमने उसको सिखाया नहीं कोई बात नहीं खाएंगे तो जैसे ही मन कुछ ऐसा सोचने लगे व्हिच वी अंडरस्टैंड नॉट हेल्दी फॉर एनर्जी तो तुरंत (मन )उसको समझा कर वापस यहां लेकर आना है पहली बार समझाने से वह हो जाएगा धीरे-धीरे सीख जाएगा या नहीं तो वह जीवन भर चलेगा तो हमारा मन एक बच्चा है….. 🙏🏻 शालिनी शाही
सेल्फ अवेकनिंग मिशन