आज के दौर में सबसे बड़ा पुण्य ज्ञानदान है। किसी जरुरत मंदों को अन्न और औषधि देना। उसके हाथों को काम देना। और फिर उसको अज्ञान से बाहर निकलना सबसे बड़ा पुण्य है।

किसी अज्ञानी को मनुष्य जीवन का महत्व, उद्देश्य समझना सबसे बड़ा पुण्य है।

अगर हमें मनुष्य जीवन का अनमोलत्व समझ में आ गया है, और हमने सही राह पकड़ ली है तो हमारे जैसे अनेकों को भी साथ लें जाना, उन्हें भी सही राह दिखलाना सबसे बड़ा पुण्य है।

कहते हैं कि एक व्यक्ति को प्रेम और भक्ति से जोड़ना और सौ गौ दान करना। दोनों का पुण्य बराबर होता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *