
आध्यात्मिक व्यक्ति का एक प्रमुख लक्षण यह है कि वे हमेशा खुश रहते हैं और दूसरों के प्रति दयालु होते हैं । उन्हें लोगों को नीचा दिखाना या आलोचना करना पसंद नहीं है। इसके बजाय, वे दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने की उम्मीद में हमेशा प्रेरक और दयालु शब्द पेश करते हैं।
जो ईश्वर को जान जाता है, वह प्रबुद्ध हो जाता है और जो जानने की कोशिश करता है वह आध्यात्मिक हो जाता है। जब हम धार्मिक होते हैं तो केवल ईश्वर को मानते हैं, लेकिन आध्यात्मिक होते ही हम ईश्वर को जानने की कोशिश करने लगते हैं। यही कारण है कि धर्म में अनुयायी होते हैं, लेकिन अध्यात्म में साधक होते हैं।

🔷आध्यात्मिक होने के 5 लक्षण, ये उन लोगों के लिए है जिन्हें पता नहीं चल पाता कि वह अंदर से आध्यात्मिक हैं।
यदि आप वास्तव में सोचते हैं कि ‘आध्यात्मिकता’ का क्या अर्थ है, तो आप महसूस करेंगे कि यह ‘धर्म’ से अलग है, जो ‘आत्मज्ञान’ या ‘पवित्रता’ प्राप्त करने पर ज़ोर देता है। तो ऐसे कुछ लक्षण हैं जो बताते हैं कि आप अंदर से आध्यात्मिक हैं भले ही आप खुद भी मानें या ना मानें।
🔹आप सितारों को देखते हैं?
अगर आप उन लोगों में से हैं जो इतनी व्यस्त जिंदगी में भी रात को आसमान की तरफ उन तारों को देखते हैं और सोचते हैं कि ये ब्रह्मांड कितना भव्य है तो यह एक संकेत है कि आप अंदर से आध्यात्मिक हैं। आप भीतर की सच्चाई से जुड़ना जानते हैं और अहंकार से दूर हैं।
🔹आप अच्छे विचारों को मस्तिष्क में जगह देते हैं।
विचार एक ऊर्जा है, जहां ध्यान जाता है ऊर्जा प्रवाहित होती है। यदि आप हमेशा सकारात्मक मानसिकता में रहना चाहते हैं तो कहीं ना कहीं ये दिखाता है कि आपके अंदर अध्यात्म का कुछ अंश है। आपको पता है कि ऊर्जाओं का क्या महत्व है और किस तरह की ऊर्जा सकारात्मक है।

🔹आप मदद का हाथ बढ़ाते हैं
आपके लिए मदद का हाथ बढ़ाना एक आदत की बात है। आप अंदर से लोगों की मदद करने के लिए प्रेरित होते हैं। आप कर्मों के बंधन के कारण ऐसा नहीं करते बल्कि यह आपके व्यक्तित्व का हिस्सा है। आपको पता है कि सबकुछ ये प्रकृति है और इस प्रकृति के हर जीवधारी में उस ईश्वर का अंश है।
🔹आप अपने मन की आवाज़ को सुनते हैं
यह आपके लिए ऐसा ही है जैसे कोई अंदर बैठा आपको गाइड कर रहा है। आपके अंदर गज़ब की इंट्यूशन पावर है जो आपको गाइड करती है कि कब क्या करना है।
🔹हमेशा सच का साथ देते हैं
आप हमेशा सच का साथ देने वालों में से हैं। आपके लिए डिप्लोमैसी नाम का कोई शब्द नहीं है। आप सच को सच और झूठ को झूठ बोलना जानते हैं और सख्ती से इसका पालन भी करते हैं फिर चाहें कोई आपकी साइड खड़ा हो या नहीं। आपकी पर्सनैलिटी इतनी पावरफुल है कि आप अकेले भी लोगों को आइना दिखा सकते हैं।
🔷ये 5 संकेत बताते हैं कि आध्यात्मिकता के उच्च स्तर पर पहुँचने के बावजूद इस बात से अनजान हैं आप
आध्यात्मिक शब्द सुनकर हमारे मन में एक ऐसे व्यक्ति की छवि उभरती है जो कई अध्यात्मिक तकनीकों का अभ्यास कर रहा हो या एक कठोर जीवन जी रहा हो। लेकिन कई लोगों का आध्यात्मिक होना एक स्वाभाविक गुण होता है जिससे वो अनजान रहते हैं। तो, चलिए जानते हैं कि आप कैसे एक आध्यात्मिक व्यक्ति की पहचान कर सकते हैं…
🔹कुछ लोग किसी विशेष परिस्थिति में आध्यात्मिकता को अपनाते हैं
अध्यात्म एक गुण की तरह है जो कुछ लोगों में स्वभाववश होता है। अध्यात्म को समझना और उसके पथ पर चलना सबके वश की बात नहीं होती। इसलिए, कुछ लोग किसी विशेष परिस्थिति में आध्यात्मिकता को अपनाते हैं जबकि कुछ लोगों में ये प्राकृतिक रूप से गहरे स्तर पर होता है लेकिन उनके स्वभाव में दबा होता है। ऐसे में कुछ लोग जान ही नहीं पाते कि वो अध्यात्मिक हैं या नहीं। चलिए, हम आपको कुछ ऐसे ही लक्षण बताते हैं जिससे आपको यह जानने में आसानी होगी कि आप आध्यात्मिक हैं और बेहद गहराई से उस प्रवृत्ति को अपनाये हुए हैं।

🔹1. आपकी जिज्ञासा
कुछ लोग हर चीज पर सवाल पूछते हैं क्योंकि उन्हें उसके बारे में जानने की जिज्ञासा होती हैं। जिज्ञासा और जागरुकता अध्यात्म के दो अहम गुण हैं क्योंकि इसी के बल पर आपमें चेतना का विस्तार होता है। चेतना के स्तर को उच्च करना न केवल अध्यात्म का लक्ष्य होता है बल्कि अध्यात्म को गहराई से समझने में मदद भी करता है। तो, अगर आप जिज्ञासु हैं और सवाल करते हैं, तो आप आध्यात्मिक राह पर हैं।
🔹2. भावनाओं और विचारों के प्रति सचेत होना
अगर आपमें भावनात्मक नियंत्रण और संतुलन है और आप बात-बात पर विचलित नहीं होते, तो इसका अर्थ है कि आप जानते हैं कि कौन सी भावना आपको नुकसान पहुंचा रही और उसे कैसे नियंत्रित करना है। अध्यात्म के कई अभ्यासों में एक अभ्यास यह भी होता है और लोगों को काफी समय लगता है अपनी भावना को समझने, हील करने और उसे नियंत्रित करने में, जो आपमें स्वभाववश है।
🔹3. पॉवरफुल इंट्यूशन
इंट्यूशन की क्षमता बेहद कम लोगों में होती है और उसमें भी पॉवरफुल इंट्यूशन की क्षमता क्योंकि इंट्यूशन मजबूत करने के लिए आपकी ऊर्जा की आवृत्ति मजबूत होनी चाहिए। तो, जिन लोगों में इंट्यूशन स्ट्रांग होता है, उसका अर्थ है कि उनकी ऊर्जा का स्तर भी काफी ऊंचा है और उनका अपने अवचेतन मन तक भी काफी पहुंच है। ये क्षमताएं सामान्य लोगों में नहीं होती बल्कि केवल उच्च स्तर के आध्यात्मिक लोगों में ही होती है।
🔹4. स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हैं
केवल एक आध्यात्मिक व्यक्ति ही यह समझ सकता है कि आपका शरीर, मन, भावना और आत्मा किस प्रकार जुड़ी है। इसलिए, ऐसे लोग समग्र स्वास्थ्य पर ध्यान देते हैं और खुद को लेकर किसे भी तरह की लापरवाही नहीं करते।

🔹5. करुणामयी होना
एक आध्यात्मिक व्यक्ति न केवल खुले विचारों का होता है बल्कि स्वभाव से बेहद विनम्र, करुणामयी और उदार होता है। उसमें बाकी लोगों से अधिक मानवता को समझने और उसके प्रति संवेदना होती है। उसकी सकारात्मकता उसे करूणामयी और आभारी बना कर रखती है। ऐसे लोग अहंकार से कोसों दूर रहते हैं।
🔹अध्यात्म एक व्यक्ति में कई बदलाव लेकर आती है
अध्यात्म एक व्यक्ति में कई बदलाव लेकर आती है और जिसके लिए उन्हें अथक प्रयास करना पड़ता है लेकिन जो लोग स्वभाव से आध्यात्मिक होते हैं, उनमें ये सारे गुण पहले से ही मौजूद होते हैं। जरूरी नहीं कि ऐसे लोग आध्यात्मिक जीवन जीते हों या अध्यात्म का अभ्यास करते हों, बल्कि वे इससे अनजान बस अपने इन गुणों को अच्छे मकसद के लिए पोषित कर रहे होते हैं।