• Aradhana Tiwari
  • March 16, 2024

Dharm Aur Adhyatam Mein Kya Antar Hai?

धर्म साधन है, और अध्यात्म साध्य। “अध्यात्म” आध्यात्म का अर्थ आत्मा से होता है। अकेलेपन की अनुभूति अध्यात्म है।आत्मस्वभाव की अनुभूति, केवल अपने “स्व” की अनुभूति अध्यात्म है। अंतरिक...
बेशक हमारी जिंदगी कहीं रुकती नहीं है और समय हमेशा बदलता ही रहता है. इसलिये, हमें हमेशा अपना मानसिक संतुलन बनाये रखना चाहिए और अपने पूरे दिलो-दिमाग का इस्तेमाल...
ज़ी बिल्कुल! जीवन में कुछ भी अकारण नहीं होता। समस्त संसार में जो भी हों रहा है, इसके पीछे अनेकों कारण होते है। यहां जो भी होता है, सब...
  • Aradhana Tiwari
  • March 8, 2024

Hamari Atma Ka Nij Gun Kya Hai?

अनंत गुण है आत्मा के।आत्मा अनंत गुणों की ख़ान है।आत्मा अजर-अमर है।आत्मा चेतन स्वरूप है।आत्मा सनातनी है।जब कुछ भी नहीं था तब भी आत्मा थी, आत्मा अभी वर्तमान में...
तपस्या में या साधना में एकांतवास, अंतर्मुखता की अत्यंत आवश्यकता होती है।तपस्या में, ईश्वर प्राप्ति में जो भी चीजें बाधक हो उनका सर्वथा त्याग आवश्यक होता है।अच्छी तपस्या में...
आख़री जन्म मतलब मुक्ति की अवस्था।जो जीतें जी मुक्त होता है, जो जीवन मुक्त होता है, वहीं शरीर के मृत्यु के बाद मुक्त हो सकता है, उसी का आखिरी...
कुछ लोगों के जीवन में दुःख और तक़लिफे कुछ ज्यादा होती है, क्योंकि उन्होंने वैसे ही, दुःख और तक़लिफे पैदा करने वाले बीज बोये हुए होते हैं। कुछ लोग...
  • Aradhana Tiwari
  • March 8, 2024

Antim Satya Kya hai?

इस पृथ्वी पर का अंतिम सत्य है मौत। अपने शरीर सहित सभी चीजों का नष्ट होना, बनना और बिगड़ना। इस पृथ्वी पर का अंतिम सत्य है एक दिन मनुष्य...
  • Aradhana Tiwari
  • March 6, 2024

Kya Atma Aur Pran Ek Hi Hotey Hai?

नहीं! प्राण और आत्मा दोनों एक नहीं है। प्राण और आत्मा दोनों बिल्कुल अलग है। प्राण वायुतत्व है, वायुतत्व को प्राण कहते हैं। और आत्मा जो है प्राण से...
भविष्य निश्चित कभी भी नहीं होता, भविष्य हमेशा आज़ हमारे हाथ में होता है। हमारे आज़ के प्रयास कल का भाग्य या भविष्य होते हैं। हम हमारे आज़ के...