बेशक हमारी जिंदगी कहीं रुकती नहीं है और समय हमेशा बदलता ही रहता है. इसलिये, हमें हमेशा अपना मानसिक संतुलन बनाये रखना चाहिए और अपने पूरे दिलो-दिमाग का इस्तेमाल करके अपने जीवन के कठिन दौर का धैर्य के साथ सामना करना चाहिए. इसी तरह, हमें कभी भी यह नहीं भूलना चाहिए कि, हम अपने जीवन में हमेशा सफल नहीं होते हैं या जीवन में हमें सब कुछ नहीं मिल पाता है. इसलिये, हमें अपने जीवन में आने वाली सभी परेशानियों और दुखों का सामना शांतिपूर्वक करना चाहिए. हमारा जीवन सुख-दुःख से मिलकर बना है और सब-कुछ हमारे वश में नहीं होता है. हम चाहे इसे भाग्य कहें या फिर, समय की मार लेकिन बहुत बार जी-तोड़ कोशिशों के बावजूद नतीजे हमारी उम्मीदों के मुताबिक नहीं निकलते. हालांकि, जिंदगी और समय कभी भी किसी के लिए कहीं रुकते नहीं हैं और हमारे बुरे दिन अच्छे दिनों में बदलते हैं या फिर इसके ठीक विपरीत, हमें अपने जीवन में अचानक कई मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है. इसलिये, हमें हमेशा अपना मानसिक संतुलन बनाये रखना चाहिए ताकि हम अपने जीवन के कठिन दौर से सफलतापूर्वक निपट सकें. इस आर्टिकल में हम आपके लिए कुछ ऐसे कारगर टिप्स पेश कर रहे हैं जिनसे आपको अपने जीवन के कठिन दौर से निपटने में बहुत सहायता मिलेगी. आइये इस आर्टिकल को पढ़कर जरुरी जानकारी हासिल करें.
🔹जो जैसा है, उसे वैसे ही स्वीकार करें
जीवन में कई फेज ऐसे आते हैं जहां बार-बार अनहोनी होती जाती है या दूसरे शब्दों में, आपकी आशा के विपरीत घटनाएं घटती रहती हैं लेकिन आप कुछ नहीं कर पाते हैं और सिर्फ मूक दर्शक ही बने रहते हैं. उदाहरण के लिए, आप काफी लंबे ट्रैफिक जाम की वजह से अपने इंटरव्यू के लिए निर्धारित समय से लेट पहुंचते हैं या फिर, कभी आपके टीचर या बॉस आपको बेवजह डांटते या परेशान करते हैं. ऐसी परिस्थितियों में, आप कुछ नहीं कर सकते हैं क्योंकि इन चीजों पर आपका वश नहीं चलता है. इसलिए, इसी में आपकी भलाई है कि आप कोई खराब प्रतिक्रिया न दें और जो जैसा है, उसे वैसे ही स्वीकार कर लें तथा ऐसी किसी भी परिस्थिति में अपनी मानसिक शांति और दिमागी संतुलन बनाये रखें.
🔹 अंतर्मुखी बनें अर्थात खुद से करें विचार-विमर्श
अगर कभी आपकी अपने बॉस से बहस हो जाए तो अपने को जरूरत से ज्यादा बचाने की कोशिश न करें. इसके बजाय, यह सुनने की कोशिश करें कि आपके टीचर या बॉस क्या कह रहे हैं? इसके बाद आप खुद से यह पूछें कि आप अब ऐसा क्या करें जिससे आपके सीनियर्स इम्प्रेस हो जायें? इससे न केवल आपके अपने बॉस के साथ रिश्ते अच्छे बनेंगे बल्कि, आपको अपनी गलतियों को सुधारने का समय और अवसर भी मिल जायेगा.
🔹क्रिएटिविटी से मिलती है नई ऊर्जा
यह हरेक मनुष्य के लिए सामान्य बात है कि हम सबको अपने जीवन में काफी चुनौतियों और विपरीत परिस्थितियों का सामना करना ही पड़ता है. लेकिन, इसका मतलब यह तो कदापि नहीं है कि हम हमेशा शिकायत ही करते रहें और बार-बार उसी समस्या के बारे में सोच-सोच कर दुखी होते रहें. जीवन में हमेशा आगे बढ़ने में ही भलाई है. अपने जीवन के कड़वे अनुभवों को भूलने का एक सबसे अच्छा तरीका यह है कि हम कुछ क्रिएटिव एक्टिविटीज़ जरुर करें. उदाहरण के लिए, आप अपना पेंडिंग काम पूरा कर सकते हैं और अपने कमरे या अलमारी को साफ़ कर सकते हैं. ऐसे काम करने से आपको अच्छा लगेगा और आप तनावमुक्त होंगे. ये काम करके तो देखें.
🔹लाइफ मैनेजमेंट स्किल्स से आएगा आपके जीवन में संतुलन
कई बार, बुरी परिस्थितियों पर काबू पाना काफी कठिन हो जाता है और हम सारा दिन दुखी एवं परेशान रहते हैं. ऑफिस में काम के प्रेशर के साथ-साथ अपने निजी जीवन की एक्टिविटीज के लिए रोजाना समय निकालना बहुत बार काफी पेचीदा हो जाता है. ऐसी परिस्थितियों में, केवल कुछ समय का ब्रेक लें और फिर, नये सिरे से अपना काम शुरू करें. रोजाना अपने सभी कामों के लिए एक टाइम शेड्यूल का पालन करते हुए अपने जीवन में अनुशासन लाने की कोशिश करें. सुबह जल्दी जागें, अपना ब्रेकफास्ट खुद बनाएं, अपना कमरा साफ़ करें, अपने लिए या अपने घर के लिए खरीददारी करें और अपने पेंडिंग काम निपटाएं. इससे आप व्यस्त और मानसिक तौर पर संतुलित रहेंगे और एक बार फिर, तरोताज़ा महसूस करेंगे.
🔹अनमने मन से न करें कभी कोई काम
अगर आप अपना कोई प्रोजेक्ट पूरा करते समय या कोई पॉवर प्वाइंट प्रेजेंटेशन तैयार करते समय तनाव महसूस करते हैं तो आप वह काम करना तुरंत बंद कर दें. अनमने मन या अनिच्छा से अगर आप कोई भी काम करते हैं तो आपको कोई लाभ नहीं होगा. अच्छा हो अगर आप कुछ देर के लिए रिलैक्स करें. इस दौरान योगा या कोई सांस संबंधी एक्सरसाइज करें और कुछ देर के बाद अपना काम दुबारा से करना शुरू कर दें
🔹अपना आत्मविश्वास लगातार बढ़ाते रहें
याद रखें कि आप स्वयं अपने भाग्य-निर्माता हैं. जो भी आप चाहते हैं, वह दुनिया में कहीं न कहीं आपकी प्रतीक्षा कर रहा है; आपको सिर्फ पूरे मन से उसे पाने की कोशिश करनी है. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि परिस्थितियां क्या हैं? …हमेशा खुश रहने और हरेक वस्तु, काम या परिस्थिति को सकारात्मक रवैये से देखने की कोशिश करें ताकि आपका आत्मविश्वास लगातार बढ़ता ही रहे. इससे आप यकीनन शांत, तनावमुक्त, मानसिक तौर पर संतुलित और प्रसन्नचित्त रहेंगे. आप केवल अपने जीवन में मानसिक तौर पर कारगर उक्त टिप्स को अपनाएं और फिर, खुद अपने जीवन में आने वाले सकारात्कम परिवर्तन के गवाह बनें.