परमात्मा की पूजा करते समय आंखों में आंसू आना यह उनके प्रति एक सच्चे समर्पित मन की निशानी है। परमात्मा के प्रति समर्पित मन के कारण उनके प्रति प्रेम-भाव उमड़ता है और आंखों से झरझर आंसू बहने लगते हैं।
पूजा करते समय आंसू आते हैं क्योंकि परमात्मा हमारे सबसे करीबी हैं। हम एक आत्मा है और परमात्मा हमारी आत्मा के पिता है। हम अपने पिता परमात्मा से बिछड़े हुए हैं। एक बिछड़ा हुआ बच्चा अपनी मां को याद करेगा तो रोयेगा ही ना ?
पूजा करते समय आंखों से आंसू निकलते हैं क्योंकि आत्मा कहीं न कहीं जानतीं है कि परमात्मा के सीवा सगा उसका कोई नहीं। पूजा करते समय आंखों से आंसू बहते हैं तो इसका मतलब है कि परमात्मा और हमारे बीच प्रेम का गहरा संबंध है। प्रेमभक्ति की एक पंक्की डोर है, परमात्मा के लिए हमारे हृदय में स्पेशल जगह है।
पूजा करते समय हमारा मन शांत होता है। शांत मन में अच्छे सकारात्मक, भाव उमड़ते हैं। परमात्मा हमारा सर्वस्व हैं। उनसे प्रेम-भाव उमड़ आता है और इस कारण भी कभी कभी उनकी पूजा करते समय आंखों से आंसू बहते हैं।
हमारा सच्चा रिश्ता परमात्मा से हीं हैं। जब भी हम सच्चे दिल से उन्हें याद करते हैं, हमारी आंखों में आंसू आतें हैं। आंखों से आंसू आना यह परमात्मा के प्रति सच्चे प्रेम और भक्ति का प्रतीक है।
कभी-कभी संसार के दुःखों से, प्रतिकुलता और पीड़ा से भी जीव दुःखी रहता है। और उन दुःखों के विमोचन के लिए हम परमात्मा की पूजा या प्रार्थना करते हैं। उस वक्त भी आंखों से आंसू बहते हैं, यह स्वाभाविक है। संसार के दुःखों के कारण हमारा ह्रदय रोता है, और हम मन ही मन रोते रोते परमात्मा की पूजा करते हैं।
परमात्मा की पूजा करते समय जब आंखों से आंसू बहते हैं, तब पूजा के बाद हमें बहुत हलका हलका महसूस होता है। ऐसा लगता है कि हमने दिल की बात हमारे सच्चे प्रितम से कह दि। और अब वह उसे जरूर सुनेंगे। और लगभग ऐसी सच्चे दिल से कि हुईं प्रार्थनाएं स्वीकार भी होती है।
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Sanjiv Malik.
Life coach, Motivational Speaker, writer, Spiritual Advisior & Hypnotherapist
Bahut sunder hai 🙏🙏